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PostHeaderIcon तुम्हारे प्यार में हमने बहूत चोट खाए |

तुम्हारे प्यार में हमने बहूत चोट खाए ,
जिसका हिसाब न होसके उतने दर्द पाए ,
फिर भी तेरे प्यार की कसम खाके कहता हूँ ,
हमारे लब पे तुम्हारे लिए सिर्फ़ प्यार आए ...

तुम्हारे ग़ज़ल दिल के बहुत ही पास हैं
हर दिल कह रहा है ये मेरा अहसास है
दो लफ्ज़ मैं कह दूँ इस गीत की कहानी
प्यार ही ज़मीन है प्यार हीं आकाश है

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